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आंसू
O.N. Tripathi
7th Jul, 2023
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ये मेरे,
आंसू!
मेरी आंखों से,
टपके हुए-
पानी नहीं हैं,
ये तो-
मेरे अपनों द्वारा,
दिये गये-
नायाब!!
तोहफे हैं,
मेरी-
वफ़ाओं के बदले।
© ओंकार नाथ त्रिपाठी अशोक नगर बशारतपुर गोरखपुर।
(चित्र: साभार)
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O.N. Tripathi
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