काबिलियत या योग्यता नहीं थी
संघर्ष सीमा से परे
विफलता संघर्षों का मात्र प्रतिफल
छुट जाना उचित निर्णय
आगे बढ़ जाना एक सही रास्ता l
कबिल या योगय नहीं
सामान्जस्य सीमा से अधिक
नि:स्वार्थ समर्पण, स्वीकारनी
निरन्तर अनवरत अकारण मानहानि
सामाजिक जिल्लते कहानी और शोर
क्षण- क्षण घुटन , निराशा
प्रतिपल अपमान, आत्महनन
अधमरा सा अस्तित्व
छोड़ देना एक उचित निर्णय l
दिशा और दशा बदलकर
आगे बढ़ जाना एक सही रास्ता l
ये निर्णय, ये त्याग, ये आजादी, ये बदलाव
ये दिशा, एक सन्मार्ग, ये अस्तित्व, ये सम्मान
ये रास्ता, इन सबका रास्ता सलाह में नहीं मिलते,
मांगने से नहीं मिलते l
ये विलक्षणता वश कोई एक स्वयं के लिए करते हैं फिर वो औरों
के लिए एक नई दिशा एक नई ऊर्जा का निर्माण करते हैं l
-- नीरू कृषिका l