Bluepad
अकेला
रुणेश कदम
23rd Jun, 2022
Share
अकेला ही चलना है तुझे,
ये ज़िन्दगी तेरा इम्तेहान हर मोड़ लेती है!
वरना अंधेरे में तो तेरी ख़ुदकी परछाई भी ,
तेरा साथ छोड़ देती है!
168
Share
Written by
रुणेश कदम
Comments
SignIn to post a comment
Recommended blogs for you
Bluepad
Home
Sign In
शोधा
About Us