हम आप पर मरते हैं मर जायेंगे
तुम्हे पाने के लिए कुछ भी कर जायेंगे
चाहते तो बेइन्तेहा हैं आपको हम कि
हम आपके लिए सारी दुनिया से लड़ जायेंगे
चाँद चांदनी के लिए लाये थे
ज़मीन पर सितारे समाये थे
दीवाने तो पहले से थे आपके हम
तभी तो हम आपके दीदार करने घर आये थे
सुबह में देखूं शाम में देखूं
तेरा प्यारा सा चेहरा मैं चाँद में देखूं
तेरे हुस्न की क्या तारीफ करूँ मैं
तेरा चेहरा मैं सरे जहाँ में देखूं
जो इश्क़ है तुम्हारा बड़ा बेदर्द है
कहीं तुमसे ना हो जाये इसका हमें डर है
जिस बात का डर था वही हो गया
लो कम्बख्त इस दिल में तुम्हारा घर हो गया
चलो माना कि
राज़ किसी को बताया नहीं जाता
मगर मेरी जान
अपने हमराज़ से छुपाया भी नहीं जाता
अहसासों की किताब पलट के देखना मैं मिलूंगा
तुम्हारे साथ ज़िन्दगी भर चलूँगा
तुम्हारा साथ दूंगा किताब में पन्नों की तरह
तुमसे जुड़ हर तुम्हारा हर दर्द सहूंगा
जिस रोज तुमसे गले मिले हैं....
मुर्शाद ....
मेरा दिल तुम्हारा नाम लेना लग गया है